जन्माष्टमी 2 दिन मनाया जाता है,श्री कृष्ण का जन्मोत्सव जन्माष्टमी 18 अगस्त को   मनाया जाएगा।

18अगस्त को  कृष्ण जन्माष्टमी मनाएंगे और 19 अगस्त को वैष्णव जन्माष्टमी मनाएंगे।

भगवान श्रीकृष्ण  पुराणों और शास्त्रों के मुताबिक विष्णु जी का अवतार हैं।

विष्णु जी ने माता देवकी और वासुदेव जी के वंश में कान्हा के रूप में जन्म लिया था। 

धर्म विशेषज्ञों के अनुसार पूजा के दौरान जन्माष्टमी की कथा करने और आरती का पाठ करने से लाभ मिलता है। 

कृष्ण जन्माष्टमी के दिन पूर्व दिशा में ऊपर की ओर मुंह रखकर 3 बार शंख बजाना चाहिए। 

आरती के लिए शुद्ध कपास यानी रूई से बनी घी की बत्ती होनी चाहिए

कृष्ण जन्माष्टमी के दिन डाली सहित खीरे को घर ले आए और उसे काटकर श्रीकृष्ण का जन्म कराएं। 

 गर्भवती महिला प्रसाद के तौर पर खीरे को अगले दिन खाएं। इससे गुणवान संतान की प्राप्ति हो सकती है। ऐसा करने से देवकीनंदन जल्द प्रसन्न होंगे और आपको सुंदर संतान प्राप्ति का आशीर्वाद देंगे।